पथ निर्माण मंत्री- नितिन नवीन से समस्तीपुर सांसद- प्रिंस राज ने उनके कार्यालय पर मुलाकात की और उन्हें भोला टॉकीज घूमती और मुक्तापुर गोमती पर ओवर ब्रिज ना होने से आम जनता को हो रही परेशानियों से अवगत कराया। और ओवर ब्रिज निर्माण कराने के लिए आग्रह किया। उन्होंने बताया कि मंत्री जी ने सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया है।
राज्य सरकार के पुल निगम ने 2-2 बार बनाया डीपीआर।
हालांकि भोला टॉकीज गोमती पर 2019 में ही पहली बार राज्य सरकार के पुल निगम मैं 750 मीटर लंबा पुल बनाने का पीपीआर रेलवे को सौंपा था। और उसे रेलवे मुख्यालय ने मंजूरी भी दे दी थी। पुल के निर्माण में लगभग 40 करोड़ रुपैया खर्च आने का अनुमान है।यह राशि महंगाई बढ़ने पर बढ़ भी सकती है।
रेल के निर्माण विभाग ने भी 3-3 बार बना चुका है। नक्शा।
तीन तीन बार रेलवे निर्माण विभाग ने भी बना चुका है। नक्शा फिर भी नक्शे को मंजूरी नहीं मिली । तत्कालीन रेल मंत्री – लालू प्रसाद के कार्यकाल में ही भोला टॉकीज गोमती पर फ्लाईओवर ब्रिज बनने की स्वीकृति हो गई थी। इससे कार्य के लिए 84 करोड़ की लागत बताई गई थी । फिर भी अभी तक भोला टॉकीज गोमती पर फ्लाईओवर कार्य नहीं हुआ।
फ्लाईओवर नहीं होने के कारण आउट सिग्नल पर कभी-कभी ट्रेन फस जाती है।
कभी-कभी जाम के कारण रेलवे गुमटी पर गेट मैन चाह कर भी गोमती को बंद नहीं कर पाते हैं। इस कारण से आप सिग्नल पर ट्रेन फंसी रहती है।