बिहार (मुजफ्फरपुर):- के शंकर टोली के विवेक कुमार (26)और पंखा टोली की अंजलि (23) दोनों की LOVE STORY का THE END हो गया। दोनों की जाति अलग-अलग थी । पर दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खाई थी। जाति अलग होने के कारण परिवार वालों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। इसके चलते दोनों ने साथ जीने से अच्छा साथ मरना बेहतर समझा। और मौत को अपना लिया। विवेक इंजीनियरिंग फाइनल ईयर का छात्र था। और इसकी नोएडा की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में सिलेक्शन की प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी थी। वही अंजलि CA ( चार्टर्ड अकाउंटेंट) की तैयारी कर रही थी।

जिस दिन विवेक को फाइनल इंटरव्यू के लिए जाना था। उसे सुबह अचानक विवेक को 7:00 बजे एक कॉल आता है। और अंजलि की मौत की खबर उसे मिलती है।और विवेक अंजलि की मौत के सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाता है। और बात करते-करते आठवीं मंजिल से कूद के अपना जान दे देता है। इसके साथ ही बचपन की एक प्रेम कहानी का दुखद अंत हो जाता है। शहर में हर किसी के आंखें नम है। और चेहरे पर मातम पसरा हुआ है। और जुबां पर अंजलि विवेक की प्रेम कहानी के चर्चे हैं।
नहीं था मंजूर यह रिश्ता:-
अंजली विवेक के कॉमन फ्रेंड ने बताया कि कुछ दिनों से दोनों के बीच झगड़ा चल रहा था। बात तो होती थी, पर बात बात पर लड़ाई होती थी। उस फ्रेंड ने विवेक के भाई को कॉल करके सारी बात बताई। अंजली के घरवाले अंजलि को बहुत टॉर्चर करते थे। उनको अंजलि और विवेक के बारे में सारी जानकारी थी। और जाति अलग होने के कारण उन्हें यह रिश्ता कतई मंजूर नहीं था। उस फ्रेंड ने बताया कि अंजली घरवालों के टॉर्चर से बहुत परेशान थी। और अब वह विवेक से जल्द से जल्द शादी करने को बोल रही थी। लेकिन विवेक कुछ दिन का समय मांग रहा था।
बात करने के लिए भी करते थे मना:-
विवेक का भाई राहुल का आरोप है, कि अंजलि के घर वाले विवेक को भी कॉल करके परेशान करते थे और उसका इंटरव्यू भी था, इस वजह से वह मानसिक तनाव में रहता था। रात को बात करते वक्त कॉल काट के सोने के लिए चला गया। कहा तो यह भी जा रहा है, कि रात को भी अंजलि को टॉर्चर किया गया था, उसे विवेक से बात करने के लिए भी मना किया गया। इस वजह से वह परेशान होकर विवेक से भी बात नहीं हो पाई । और खुद को पंखे से लटका कर मौत को अपना ली।