आपको बता दें कि धरती से लगभग 420 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन जो कि फुटबॉल के आकार का है। और लगातार पृथ्वी की परिक्रमा करता रहता है इसमें 19 विभिन्न देशों के 200 से भी अधिक अंतरिक्ष यात्री रिसर्च के उद्देश्य से सवार हैं ।यह स्पेस स्टेशन अंतरिक्ष में मानव की उपस्थिति को बनाए रखता है। वहीं अगर नासा की माने तो व्यवसायिक रूप से संचालित स्पेस प्लेटफार्म अब साइंटिफिक रिसर्च के लिए अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन की जगह ले सकते हैं।
नासा प्राइवेट सेक्टर के साथ अनुभव शेयर करेगा
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के हेड क्वार्टर में कमर्शियल स्पेस के निदेशक फिल्म मैक्लेस्टर ने एक बयान में कहा है की अब प्राइवेट सेक्टर नासा के मदद से तकनीकी और आर्थिक रूप से कमर्शियल लो अर्थ आर्बिट डेस्टिनेशन को विकसित करने और संचालित करने मैं अब सक्षम है।
प्वाइंट निमो में गिरेगा अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन
नासा हेड क्वार्टर के कमर्शियल स्पेस निदेशक मैक्लिस्टर ने कहा है कि उन्होंने जो रिपोर्ट कांग्रेस को सौंपी है उसमें 2030 में आई एस एस की रिटायरमेंट के बाद कमर्शियल डेस्टिनेशन का ट्रांजिशन सुनिश्चित करने के लिए अपनी एक व्यक्ति योजना के बारे में विस्तार से बताया है। साथ ही उन्होंने बताया की इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को धरती पर गिराने के लिए दक्षिण प्रशांत महासागर के निर्जन क्षेत्र के रूप में जाने जाने वाले क्षेत्र को चुना गया है जिसे प्वाइंट नेमो भी कहा जाता है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को जनवरी 2031 तक उसके ऑर्बिट से बाहर निकाला जा सकता है।